समाज सेवा में बनाएं कॅरियर...........................
कॉलेज में एडमिशन की चाहत लिए कुछ स्टूडेंट्स की चाहत देश-विदेश में जाकर सर्विस करने के बजाय समाज सेवा की होती है, ऎसे स्टूडेंट्स के लिए एनजीओ से जुड़कर काम करना अच्छा ऑप्शन है। सामाजिक कार्यो व ग्रामीण इलाकों में कार्य करने में इच्छुक स्टूडेंट्स के लिए एनजीओ सेक्टर के साथ जुड़ना अच्छा मौका है। एनजीओ सेक्टर से संबंधित कोर्स कर स्टूडेंट्स समाज सेवा करते हुए शुरूआत से ही अच्छा सैलेरी पैकेज प्राप्त कर सकते हैं। इंटरनेशनल एनजीओ के शहर में कार्य करने से अब इस सेक्टर में जॉब ऑपोच्र्यूनिटीज और भी बढ़ गई हैं।
एनजीओ सेक्टर में जाने के लिए मास्टर डिग्री इन सोशल वेलफेयर (एमएसडब्ल्यू)कोर्स, एनजीओ मैनेजमेंट एंड डवलपमेंट, रूरल मैनेजमेंट के कोर्स किए स्टूडेंट्स को प्राथमिकता दी जाती है। इसके अलावा पब्लिक एड, सोशलोजी आदि विष्ायों के मास्टर डिग्री किए स्टूडेंट्स को इस क्षेत्र में काफी ऑपोच्र्युनिटीज मिलती हैं।
शहर में रूरल मैनेजमेंट, एमएसडब्ल्यू व एनजीओ मैनेजमेंट के कोर्स और पब्लिक एड, सोशलॉजी आदि विष्ायों में राजस्थान यूनिवर्सिटी के कई कॉलेजेस में डिग्री कोर्स चल रहे हैं। इसके अलावा माखन लाल चतुर्वेदी यूनिवसिर्टी, एसएनडीटी यूनिवर्सिटी, मुम्बई में एमएसडब्ल्यू और एनजीओ मैनेजमेंट के डिप्लोमा और डिग्री कोर्स कराए जाते हैं। जयपुर में कई निजी संस्थानों में रूरल मैनेजमेंट का कोर्स किया जा सकता है।
क्या है संभावनाएं............
एनजीओ के मुख्य काम इम्प्लीमेंटेशन वर्क के साथ मैनेजमेंट, डॉक्युमेंटेशन, राइटिंग, प्रोजेक्ट प्रपोजल राइटिंग के साथ-साथ फाइनेंशियल प्लानिंग करना होता हे। किसी अच्छी संस्था के साथ काम करने के बाद प्रतिभागी चाहे तो अपना खुद का एनजीओ भी शुरू सकता है। एनजीओ सेक्टर में इम्लीमेंटनेश वर्क में काफी क्षेत्रीय विस्तार है। अच्छी संस्थाओं में स्टार्टिग सैलेरी 10 से 15 हजार प्रतिमाह आसानी से दी जाती है। एनजीओ वर्किüग में उन्हें समाज सेवा के हितों को ध्यान में रखना जरूरी है। कई इंटरनेशनल संस्थाएं इन एनजीओ को सपोर्ट करती हैं।
source- patrika.com
एनजीओ सेक्टर में जाने के लिए मास्टर डिग्री इन सोशल वेलफेयर (एमएसडब्ल्यू)कोर्स, एनजीओ मैनेजमेंट एंड डवलपमेंट, रूरल मैनेजमेंट के कोर्स किए स्टूडेंट्स को प्राथमिकता दी जाती है। इसके अलावा पब्लिक एड, सोशलोजी आदि विष्ायों के मास्टर डिग्री किए स्टूडेंट्स को इस क्षेत्र में काफी ऑपोच्र्युनिटीज मिलती हैं।
शहर में रूरल मैनेजमेंट, एमएसडब्ल्यू व एनजीओ मैनेजमेंट के कोर्स और पब्लिक एड, सोशलॉजी आदि विष्ायों में राजस्थान यूनिवर्सिटी के कई कॉलेजेस में डिग्री कोर्स चल रहे हैं। इसके अलावा माखन लाल चतुर्वेदी यूनिवसिर्टी, एसएनडीटी यूनिवर्सिटी, मुम्बई में एमएसडब्ल्यू और एनजीओ मैनेजमेंट के डिप्लोमा और डिग्री कोर्स कराए जाते हैं। जयपुर में कई निजी संस्थानों में रूरल मैनेजमेंट का कोर्स किया जा सकता है।
क्या है संभावनाएं............
एनजीओ के मुख्य काम इम्प्लीमेंटेशन वर्क के साथ मैनेजमेंट, डॉक्युमेंटेशन, राइटिंग, प्रोजेक्ट प्रपोजल राइटिंग के साथ-साथ फाइनेंशियल प्लानिंग करना होता हे। किसी अच्छी संस्था के साथ काम करने के बाद प्रतिभागी चाहे तो अपना खुद का एनजीओ भी शुरू सकता है। एनजीओ सेक्टर में इम्लीमेंटनेश वर्क में काफी क्षेत्रीय विस्तार है। अच्छी संस्थाओं में स्टार्टिग सैलेरी 10 से 15 हजार प्रतिमाह आसानी से दी जाती है। एनजीओ वर्किüग में उन्हें समाज सेवा के हितों को ध्यान में रखना जरूरी है। कई इंटरनेशनल संस्थाएं इन एनजीओ को सपोर्ट करती हैं।
source- patrika.com